Lokmanya Tilak or Bal Gangadhar Tilak was born on 23rd July 1856 and he died on 1st August 1920. From many years, 23rd July is celebrated annually as Lokmanya Tilak Birth Anniversary all over India. Lokmanya Tilak was an Indian nationalist, journalist, teacher, social reformer, lawyer and an independent activist.
Don’t miss to check : 10 Amazing ‘158th Birth Anniversary of Lokmanya Bal Gangadhar Tilak’ Facts That Will Blow Your Mind
Here we present Top 10 Amazing Happy Lokmanya Bal Gangadhar Tilak Jayanti 2014 SMS, Quotes, Messages In Hindi For Facebook And WhatsApp
-
आपका दोष क्षमता की कमी या साधनों की कमी की दृष्टि से नहीं है , वरन दोष इस बात मे है की आपमें संकल्प का अभाव है ! आपने उस संकल्प को अपने मे उत्पन्न नहीं किया है जो आपको पहले ही उत्पन्न कर लेना था ! संकल्प ही सब कुछ है ! आपको संकल्प शक्ति इतना साहस दे सकती है की आपको लक्ष्य पाने से कोई नहीं रोक सकता !
-
जब लोहा गरम हो तभी उस पर चोट कीजिये और आपको निश्चय ही सफलता का यश प्राप्त होगा !
-
मराठी मे एक कहावत है -घोडा अड़ा क्यों ? पान सडा क्यों ? और रोटी जली क्यों ? इन सबका एक ही उत्तर है -पलटा ना था !
-
आपके विचार सही हों ,आपके लक्ष्य ईमानदार हों ,और आपके प्रयास संवेधानिक हों तो मुझे पूर्ण विश्वास है की आपको अपने प्रयत्नों मे सफलता मिलेगी !
-
मनुष्य का प्रमुख लक्ष्य भोजन प्राप्त करना ही नहीं है ! एक कौवा भी जीवित रहता है और जूठन पर पलता है !
-
मानव प्रकृति ही ऐसी है की हम बिना उत्सवों के नहीं रह सकते ! उत्सव प्रिय होना मानव स्वाभाव है ! हमारे त्यौहार होने ही चाहियें !
-
आप कठिनाइयों ,खतरों और असफलताओं के भय से बचने का प्रयत्न मत कीजिये ! वे तो निश्चित रूप से आपके मार्ग मे आनी ही हैं!
-
कर्त्तव्य पथ पर गुलाब-जल नहीं छिड़का होता है और ना ही उसमे गुलाब उगते हैं !
-
आप केवल कर्म करते जाइए ,उसके परिणामों पर ध्यान मत दीजिये !
-
प्रातः काल मे उदित होने के लिए ही सूर्य संध्या काल मे अन्धकार के गर्त मे चला जाता है ! अन्धकार मे जाए बिना प्रकाश प्राप्त नहीं हो सकता ! गर्म हवा के झोंकों मे जाए बिना ,कष्ट उठाये बिना ,पैरों मे छाले पड़े बिना ,स्वतन्त्रता नहीं मिल सकती !
-
बिना कष्ट के कुछ नहीं मिलता !
Sahibaalam qurase
Jahsi